उत्तराखंड के गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में लगाए गए कैमरों में इस वर्ष दिखे दुर्लभ वन्य जीव, स्नो लेपर्ड सहित भूरे भालू तस्वीरो में हुए कैद,,,,,,

उत्तराखंड के गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में लगाए गए कैमरों में इस वर्ष दिखे दुर्लभ वन्य जीव, स्नो लेपर्ड सहित भूरे भालू तस्वीरो में हुए कैद,,,,,,
उत्तरकाशी: वन विभाग की ओर से गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में लगाए गए कैमरों में इस वर्ष स्नो लेपर्ड सहित भूरा भालू की तस्वीरें भी जोड़े और झुंड में देखी गई है।
इससे पार्क प्रशासन उत्साहित नजर आ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह तस्वीरें पार्क क्षेत्र की सुरक्षित पर्यावरणीय और पारिस्थितिक तंत्र की ओर संकेत कर रहे हैं।
गंगोत्री नेशनल पार्क को दुर्लभवन्य जीवों का घर कहा जाता है। विश्व के सबसे दुर्लभ प्रजाति में शामिल वन्य जीव गंगोत्री ग्लेशियर, केदारताल और भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नेलांग, जादूंग घाटी में पाए जाते हैं। इनकी सुरक्षा के लिए पार्क प्रशासन की ओर से पूरे क्षेत्र में करीब 40 ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। इस वर्ष वन विभाग की ओर से इन कैमरों को निकालकर शीतकाल में गंगोत्री नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों के पारिस्थितिक तंत्र और पर्यावरणीय आकलन किया गया।
जिसमें गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक हरीश नेगी ने बताया कि इस वर्ष कैमरों में कस्तूरी मृग, स्नो लेपर्ड और भूरा भालू के अलावा रेड फॉक्स, लेपर्ड कैट की तस्वीरें भी कैद हुई है। उन्होंने बताया कि वन्य जीवों का दिखना उच्च हिमालयी क्षेत्रों के पर्यावरण और पारिस्थितिक तंत्र के लिए अच्छे संकेत हैं। पार्क क्षेत्र में वर्तमान में अनुमानित 30 से 35 स्नो लेपर्ड की संख्या है। वहीं अन्य दुर्लभप्रजातियां भी अच्छी संख्या में देखने को मिल रही है।