आखिर क्‍यों? उत्‍तराखंड में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के आवेदकों की बनी चकरघिन्‍नी, यह हुए बदलाव,,,

आखिर क्‍यों? उत्‍तराखंड में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के आवेदकों की बनी चकरघिन्‍नी, यह हुए बदलाव,,,

आखिर क्‍यों? उत्‍तराखंड में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के आवेदकों की बनी चकरघिन्‍नी, यह हुए बदलाव,,,

देहरादून: उत्तराखंड में सूर्यघर योजना को लेकर जबरदस्त उत्साह है लेकिन सब्सिडी को लेकर उपभोक्ता परेशान हैं। उत्तराखंड में घरों पर सोलर प्लांट लगाने के लिए ऊर्जा निगम को नोडल नामित किया गया है। केंद्र से मिलने वाली सब्सिडी तो जल्दी मिल जाती है लेकिन राज्य सरकार की सब्सिडी के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। इस वजह से लोग परेशान हो रहे हैं।

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को लेकर उत्तराखंड में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। घर की छत पर सोलर प्लांट लगाने के लिए अब तक 38 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं और करीब 16 हजार प्लांट स्थापित भी हो चुके हैं। लेकिन, इसमें सब्सिडी को लेकर उपभोक्ताओं की चकरघिन्नी बन रही है।

केंद्र से प्राप्त होने वाली सब्सिडी प्लांट लगने के एक से दो सप्ताह के भीतर प्राप्त हो जाती है, लेकिन उत्तराखंड सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी का महीनों तक पता नहीं। इसको लेकर संबंधित एजेंसी उरेडा भी बगलें झांक रहा है।

केंद्र सरकार की योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए केंद्रीय मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय पोर्टल लांच किया गया है। उत्तराखंड में घरों पर सोलर प्लांट लगाने के लिए ऊर्जा निगम को नोडल नामित किया गया है।

ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता आशीष अरोड़ा ने बताया कि घर पर सौर ऊर्जा संयंत्र योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता राष्ट्रीय पोर्टल पर उपलब्ध लिंक pmsuryaghar.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। पोर्टल पर योजना से संबंधित समस्त जानकारी उपलब्ध है। उपभोक्ता सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए पीएम सूर्य घर एप भी लांच किया गया है। ऐसे में बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं और 400 से अधिक वेंडरों के माध्यम से प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं।

दस्तावेजों की जांच और फिजिबिलिटी जांचने के बाद वांछित विद्युत भार का प्लांट स्थापित किया जा रहा है। उधर, राज्य की ओर से दी जाने वाले सब्सिडी के लिए उरेडा जिम्मेदार है। सूत्रों की मानें तो उरेडा को शासन की ओर से पर्याप्त पैसा नहीं मिल पा रहा है। आवेदनों की तुलना में आधी ही धनराशि प्राप्त होने से उपभोक्ताओं को कई माह तक इंतजार करना पड़ रहा है।

केंद्र और राज्य की ओर से दी जा रही सब्सिडी
एक किलोवाट सिस्टम के लिए 50 हजार रुपये (केंद्रांश 33 हजार, राज्यांश 17 हजार)
दो किलोवाट सिस्टम के लिए एक लाख रुपये (केंद्रांश 66 हजार, राज्यांश 34 हजार)
तीन किलोवाट व इससे अधिक सिस्टम के लिए एक लाख 36 हजार 800 रुपये (केंद्रांश 85800 हजार, राज्यांश 51 हजार)
अब तक जारी सब्सिडी की धनराशि, 133.28 करोड़
सब्सिडी प्राप्त करने वालों की संख्या, 16338
प्रदेश में कुल वेंडर की संख्या, 465
उत्तराखंड पीएम सूर्यघर योजना पर एक नजर
प्रगति संख्‍या क्षमता
कुल आवेदन 38993 138.08 मेगावाट
आवेदन स्‍वीकृत 38987 137.55 मेगावाट
सोलर प्‍लांट लगे 15855 55.74 मेगावाट
मीटर लगे 14927 52.64 मेगावाट

abpindianews

उत्तराखंड में हिमालयी क्षेत्र में फि‍र एक्टिव होगा वेस्‍टर्न डिस्‍टर्बेंस, उत्‍तराखंड में पड़ेगी कड़ाके की ठंड……..    देहरादून: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। मैदानी इलाकों में भी तापमान में गिरावट आएगी। बदरीनाथ और हेमकुंड की चोटियों पर हिमपात हुआ है। मौसम विभाग ने 27 और 28 फरवरी को ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा का पूर्वानुमान लगाया है।  उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना हुआ है। देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में दिनभर चटख धूप खिली रही और पारे में इजाफा हुआ। वहीं, पहाड़ों में आंशिक बादल मंडरा रहे हैं। जिसके चलते बदरीनाथ समेत आसपास की चोटियों पर देर शाम हल्का हिमपात हुआ।   सोमवार को भी पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, कल से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा-बर्फबारी के आसार बन रहे हैं।  रविवार को दून में सुबह से ही धूप खिली रही। मौसम शुष्क रहने के कारण तापमान में भी खासी वृद्धि दर्ज की गई। दून का अधिकतम तापमान फिर 27 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। दिन में मौसम में गर्माहट भी महसूस की गई। हालांकि, सुबह-शाम ठिठुरन बरकरार है।  उधर, पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आंशिक बादल मंडराते रहे। देर शाम बदरीनाथ और हेमकुंड की चोटियों पर हिमपात की सूचना है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में हल्की वर्षा भी हुई।  मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, मंगलवार को ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्रों में सक्रिय होने की उम्मीद है। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल छाने के साथ ही बूंदाबांदी के आसार हैं।   बुधवार को कहीं-कहीं गरज के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, 27 और 28 फरवरी को ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा के दौर चल सकते हैं। 2800 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात के आसार हैं।

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