त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भड़के बैरागी संत,कुंभ कार्यों की अवहेलना एवं अनुभवहिनता के चलते त्रिवेंद्र रावत को गवानी पड़ी कुर्सी
abpindianews, हरिद्वार– उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा कुंभ मेलेे में जमीन आवंटित करने के साथ ही सभी मूलभूत सुविधाएं देने की घोषणा के बाद बैरागी संतों में उत्साह का माहौल है। हरिद्वार में उत्साहित संतो ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रति एक बार फिर से नाराजगी व्यक्त की है। कल हरिद्वार में पूर्व सीएम ने कोरोना को लेकर जोखिम ना लेने की बात कही थी। जिस पर बैरागी अखाड़ो से जुड़े संतो ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को अनुभवहीन बताया और उन्हें राम नाम जपने के साथ ही भजन करने की नसीहत दी है। वहीं उन्होंने वर्तमान सीएम तीरथ सिंह रावत को साधुवाद और सुविधायें देने पर उनका आभार भी व्यक्त किया है।
निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को अनुभव की कमी है इसलिए वह कुंभ मेले की व्यवस्था कराने में असफल रहे, इसलिए उन्हें सचिवालय में बैठकर राम नाम जपना चाहिए और भजन करना चाहिए। वहीं निर्वाणी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास ने कहा कि कुम्भ महापर्व पर देवी-देवताओं का स्नान होता है, शासन-प्रशासन कुम्भ मेले को सकुशल संपन्न कराने का काम करे। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने देवी-देवताओं का काम रोकने की कोशिश की इसलिए उनका मुख्यमंत्री पद भी गया। पूर्व सीएम बयानबाजी न करें केवल बस परमात्मा का ध्यान करें।