उत्तराखंड राजभवन में सात मार्च से दिखेगा रंग-बिरंगे फूलों का संसार, होंगी 15 प्रतियोगिताएं,,,,

उत्तराखंड राजभवन में सात मार्च से दिखेगा रंग-बिरंगे फूलों का संसार, होंगी 15 प्रतियोगिताएं,,,,
देहरादून: उत्तराखंड के पुष्पों की एक अलग पहचान है। यहां फूलों के उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं, जो राज्य के लिए वरदान साबित हो सकती है।
राजभवन में सात मार्च से रंग-बिरंगे फूलों का संसार दिखेगा। इस साल वसंतोत्सव सात से नौ मार्च के बीच होगा। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सोमवार को राजभवन में वसंतोत्सव की विस्तृत जानकारी दी।
राज्यपाल ने बताया कि इस वर्ष विशेष पोस्टल कवर के लिए जटामांसी का चयन किया गया है। कहा, उत्तराखंड के पुष्पों की एक अलग पहचान है। यहां फूलों के उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं, जो राज्य के लिए वरदान साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि राजभवन में होने वाला वसंतोत्सव प्रदेश की सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय पहचान का एक प्रमुख उत्सव बन चुका है, जिसका लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है।
राज्यपाल ने कहा कि वसंतोत्सव उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग को एक बड़ा मंच प्रदान करता है। इस आयोजन में स्थानीय कारीगरों, किसानों, महिला समूहों और युवा उद्यमियों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त किया जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य की जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियां पुष्प उत्पादन के लिए अत्यंत अनुकूल हैं। राज्य में दुर्लभ और औषधीय गुणों वाले फूलों की अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं, जो वैश्विक बाजार में अपनी अलग पहचान बना सकती हैं। इस आयोजन के माध्यम से उत्तराखंड को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में विकसित करने और पुष्प पर्यटन को बढ़ावा देने पर बल दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से उत्तराखंड को एक प्रमुख ग्रीन टूरिज्म हब के रूप में उभरने का अवसर मिलेगा। इस मौके पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया, अपर सचिव मनुज गोयल, निदेशक उद्यान दीप्ति सिंह, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. रतन कुमार भी उपस्थित रहे।
आप भी निशुल्क करें फूलों का दीदार
सात मार्च : दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक निशुल्क प्रवेश।
आठ व नौ मार्च : सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक निशुल्क प्रवेश।
होगी यह प्रतियोगिताएं
कट फ्लावर – 72 पुरस्कार
पॉटेड प्लांट्स प्रबंधन – 12 पुरस्कार
लूज फ्लावर प्रबंधन – 12 पुरस्कार
पुष्प के अतिरिक्त पॉटेड प्लांट्स – 06 पुरस्कार
सब्जियां – 09 पुरस्कार
कैक्टस एवं सकुलेन्ट्स – 03 पुरस्कार
बोनसाई – 06 पुरस्कार
टेरारियम – 03 पुरस्कार
हैंगिंग पॉट्स – 03 पुरस्कार
हाइड्रोपोनिक तकनीकी प्रदर्शन (प्रथम बार) – 03 पुरस्कार
बागवानी में प्रयुक्त गमले – 03 पुरस्कार
शहद – 09 पुरस्कार
ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी – 03 पुरस्कार
ताजे पुष्प दलों की रंगोली – 03 पुरस्कार
विद्यालयी (05 से 18 वर्ष आयु वर्ग), दिव्यांग एवं अन्य बच्चों हेतु पेंटिंग प्रतियोगिता – 18 पुरस्कार
(उपरोक्त 15 मुख्य प्रतियोगिताओं की श्रेणी में कुल 55 उप श्रेणी हैं, जिनमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। इस प्रकार कुल 165 पुरस्कार नौ मार्च को दिए जाएंगे)
आगंतुकों की गणना एआई एप्लीकेशन से होगी
वसंतोत्सव में इस बार यूटीयू की ओर से तैयार एआई एप्लीकेशन से आगंतुकों की गणना होगी। आईटीडीए ने फीडबैक के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है। पहली बार कट फ्लावर के तहत नोन ट्रेडिशनल एरिया में लिलियम की एक अतिरिक्त उप श्रेणी शामिल की गई है। कट फ्लावर प्रतियोगिताा के तहत पहली बार महिला पुष्प उत्पादकों के लिए अलग से उप श्रेणी बनाई गई है। डीडीए, एनडीएमसी दिल्ली के औद्यानिक सौंदर्यीकरण प्रमुख, उद्यान अधिकारी, राष्ट्रपति भवन(अमृत उद्यान) के उद्यान अधिकारी, तेलंगाना के पब्लिक गार्डन के उद्यान अधिकारी के साथ-साथ औद्यानिकी के क्षेत्र में प्रमुख राज्यों के उद्यान विभाग के अधिकारियों को भी अपने प्रदेश की उपलब्धियों को यहां प्रदर्शित करने का मौका दिया जाएगा।
फ्लावर प्रतियोगिता में दिव्यांगों को अलग से उप श्रेणी में शामिल किया जाएगा। पेंटिंग प्रतियोगिता पांच से 12 वर्ष तक और 12 से 18 वर्ष तक छह उप श्रेणियों में होगी। हाइड्रोपोनिक तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए हाइड्रोपोनिक कल्टीवेशन टेक्नोलॉजी डेमोस्ट्रेशन श्रेणी में प्रतियोगिता होगी।
जीबी पंत विवि का मौनपालन पर किया गया शोध का स्टॉल, सगंध पौध केंद्र का स्टॉल लगेगा। 35 विभाग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राष्ट्रीय खेलों में योग प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। आईटीबीपी, आईएमए, पीएसी, होमगार्ड के बैंक आकर्षण का केंद्र होंगे।