उत्तराखंड काशीपुर मे नफरत फैलाने वालों पर सरकार ने की कड़ी कार्रवाई, कई लोग गिरफ्तार और अवैध अतिक्रमण पर चला पीला पंजा,,,,

उत्तराखंड काशीपुर मे नफरत फैलाने वालों पर सरकार ने की कड़ी कार्रवाई, कई लोग गिरफ्तार और अवैध अतिक्रमण पर चला पीला पंजा,,,,
🔴बिना अनुमति निकाली गई रैली में लगे नारे, पुलिस पर पथराव और मारपीट
🔴नगर निगम मेयर पद के पूर्व प्रत्याशी नदीम अख्तर समेत सात गिरफ्तार
🔴400–500 अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज
🔴अतिक्रमण पर चला बुलडोज़र, धामी सरकार का सख्त संदेश
काशीपुर: शहर में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश पर पुलिस-प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। रविवार की रात मौहल्ला अल्ली खाँ में मुस्लिम समाज के सैकड़ों नाबालिग युवकों ने “I Love Muhammad” के नारे लगाते हुए एक सुनियोजित रैली निकाली। रैली के लिए पुलिस से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
जब बांसफोड़ान चौकी प्रभारी मनोज धौनी व पुलिसकर्मियों ने अनुमति पत्र दिखाने को कहा तो युवक भड़क उठे और हाथापाई पर उतर आए। थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में युवक इकट्ठा हो गए और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, जिससे पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। हालात बिगड़ते देख मौके पर पहुंचे एसएसआई अनिल जोशी से भी कुछ युवकों ने मारपीट की और उनकी वर्दी का फ्लैप फाड़ दिया।
स्थिति को गंभीर होता देख पुलिस टीमों को बुलाया गया, जिसके बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में स्थिति को काबू में किया गया।
🔴प्राथमिकी और गिरफ्तारियाँ🔴
पुलिस ने मामले में सख्ती दिखाते हुए नगर निगम मेयर पद के पूर्व प्रत्याशी नदीम अख्तर, हनीफ गांधी और दानिश चौधरी समेत 400–500 अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए मुख्य साजिशकर्ता नदीम अख्तर समेत सात उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
🔴प्रशासन ने की बडी कार्रवाई🔴
इसी बीच, अली खाँ इलाके में अतिक्रमण पर बुलडोज़र चलाया गया। प्रशासन ने साफ संदेश दिया कि “जो नफरत फैलाएगा, वह बुलडोज़र की मार खाएगा।”
धामी सरकार ने चेतावनी दी है कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्रवाई जारी रहेगी।
👉 बिना अनुमति निकाली गई रैली में लगे नारे
👉 पुलिस पर पथराव और मारपीट, वाहन क्षतिग्रस्त
👉 नदीम अख्तर समेत सात उपद्रवी गिरफ्तार
👉 400–500 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज
👉 अतिक्रमण पर बुलडोज़र, धामी सरकार का कड़ा संदेश