2021 का पहला सूर्य ग्रहण आज। कहां दिखेगा? ग्रहण काल में क्या करें! क्या ना करें?
abpindianews, नई दिल्ली– साल का पहला और 2021 का दूसरा ग्रहण 10 जून को लगेगा जोकि सूर्य ग्रहण होगा। इससे पहले होने वाला ग्रहण चंद्र ग्रहण था। धार्मिक दृष्टि से भले ही ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता हो लेकिन इस खगोलीय घटना का दीदार करने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है। आपको बता दें कि ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जिसमें चंद्रमा सूर्य को इस तरह से ढकेगा जिससे सूर्य का बाहरी हिस्सा प्रकाशमान रह जायेगा और मध्य हिस्सा पूरी चरह से ढक जाएगा। इस स्थिति में सूर्य एक आग की अंगूठी की तरह नजर आयेगा।
जानिए इस अद्भुत सूर्य ग्रहण से जुड़ी खास बातें…साल 2021 का दूसरा ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है जो एक सूर्य ग्रहण होगा। धार्मिक दृष्टि से भले ही ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता हो लेकिन इस खगोलीय घटना का दीदार करने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है। आपको बता दें कि ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जिसमें चंद्रमा सूर्य को इस तरह से ढकेगा जिससे सूर्य का बाहरी हिस्सा प्रकाशमान रह जायेगा और मध्य हिस्सा पूरी चरह से ढक जाएगा। इस स्थिति में सूर्य एक आग की अंगूठी की तरह नजर आयेगा। जानिए इस अद्भुत सूर्य ग्रहण से जुड़ी खास बातें…
दुनिया में कहां कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण 10 जून को दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से शुरू होगा जिसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 41 मिनट पर होगी। उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में, उत्तरी कनाडा, यूरोप और एशिया में, ग्रीनलैंड और रुस के अधिकांश हिस्सों में इसे देखा जा सकेगा। कनाडा, ग्रीनलैंड तथा रूस में वलयाकार सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। वहीं उत्तर अमेरिका के अधिकांश हिस्सों, यूरोप और उत्तर एशिया में आंशिक सूर्य ग्रहण दृश्य होगा।
ग्रहण के दौरान उक्त समय काल में क्या करें और क्या ना करें
ग्रहण समय काल में क्या ना करें ?
1- सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करना वर्जित है।
2- इस समयावधि में भोजन बनाना या खाना भी नहीं चाहिए।
3- गर्भवती महिलाओं को ऐसे समय में बाहर नहीं आना चाहिए।
4- सूर्य ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए, इससे व्यक्ति रोगी हो जाता है।
5- ग्रहण काल में फूल, पत्ती नहीं तोड़ना चाहिए।
ग्रहण समय काल में क्या करें
1- ग्रहण के काल में विशेष रूप से अपने ईष्ट देवता का ध्यान और उनके मंत्र का जप करना सर्वश्रेष्ठ है।
2- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना आवश्यक है।
3- ग्रहण के पहले बने भोजन व रखे पानी को हटा कर नया भोजन बना कर ही खाना चाहिए।
4- ग्रहण के बाद अन्न का दान करना पुण्य प्रदान करता है।
5- ग्रहण समाप्ति के बाद गाय को घास, पक्षियों को दाना तथा गरीबों को वस्त्र का दान करना शुभ फलदायक होता है।