उत्तराखंड गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में पांच हजार से अधिक रिक्त सीटों पर छात्रों Only मिल सकेगा प्रवेश, CUET ने की राहत प्रदान,,,

उत्तराखंड गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में पांच हजार से अधिक रिक्त सीटों पर छात्रों Only मिल सकेगा प्रवेश, CUET ने की राहत प्रदान,,,

उत्तराखंड गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में पांच हजार से अधिक रिक्त सीटों पर छात्रों Only मिल सकेगा प्रवेश, CUET ने की राहत प्रदान,,,

देहरादून: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय उन छात्रों को सीधे प्रवेश का अवसर दे रहा है जो CUET परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। बीए एमए और अन्य पाठ्यक्रमों के लिए 11 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है। विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों में लगभग 10000 सीटें खाली हैं जो मेरिट के आधार पर भरी जाएंगी। यह मौका उन छात्रों के लिए है जो CUET से वंचित रह गए।

विवि ने अपने तीन परिसर, नौ सहायता प्राप्त अशासकीय कॉलेज और 107 स्ववित्तपोषित संस्थानों में रिक्त प्रथम वर्ष की सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक अभ्यर्थियों को 11 सितंबर तक विश्वविद्यालय के समर्थ पोर्टल पर आवेदन करना होगा।

विवि और संबद्ध कॉलेजों में करीब 10 हजार सीटें अभी भी खाली पड़ी हैं। नियमानुसार पहले चरण में सीयूईटी स्कोर के आधार पर दाखिले हुए, जबकि दूसरे चरण में उन छात्रों को अवसर दिया गया जिन्होंने सीयूईटी परीक्षा तो दी थी, लेकिन विषय संयोजन मेल नहीं खा रहा था।

इसके बावजूद विवि और संबद्ध कॉलेजों में लगभग 30 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं। इनमें अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और सामान्य वर्ग की सीटें शामिल हैं। अब इन पर मेरिट सूची के आधार पर प्रवेश होगा।

दून के पांच कॉलेजों में तीन हजार सीट रिक्त
सबसे अधिक रिक्तियां राजधानी देहरादून के प्रमुख कॉलेजों में हैं। डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज एवं एमपीजी कॉलेज मसूरी में स्नातक स्तर की करीब 3000 सीटें खाली हैं।

अकेले डीबीएस कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर की 1182 सीटें में से 645 रिक्त हैं। एमकेपी पीजी कॉलेज की तो केवल 30 प्रतिशत सीटों पर ही प्रवेश हो पाए हैं। अब सामान्य परिवार के छात्र-छात्राएं इन संस्थानों से कम फीस में बीए, बीएससी और बीकाम जैसे पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। छात्र निर्धारित शुल्क जमा कर समर्थ पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

विवि की ओर से दिया जा रहा यह अवसर उन युवाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो किसी कारण सीयूईटी से वंचित रह गए थे। अब प्रदेशभर के छात्र उच्च शिक्षा से जुड़कर अपने शैक्षिक भविष्य को संवार सकते हैं।

-प्रो. ओपी गुसाईं, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, एचएनबी गढ़वाल विवि

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