उत्तराखण्ड में STF ने की बड़ी कार्रवाई, नकली दवाइयों का अंतरराज्यीय गिरोह को बेनकाब कर किया बड़ा खुलासा,,,,

उत्तराखण्ड में STF ने की बड़ी कार्रवाई, नकली दवाइयों का अंतरराज्यीय गिरोह को बेनकाब कर किया बड़ा खुलासा,,,,
देहरादून: उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने नकली दवाइयों के कारोबार से जुड़े एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसके मुख्य सरगना नवीन बंसल को राजस्थान के भिवाड़ी से गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF श्री नवनीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में की गई।
देशभर में नकली दवाइयों की बिक्री की मिल रही शिकायतों के बाद सोशल मीडिया और कई प्रतिष्ठित दवा कंपनियों की ओर से शिकायतें सामने आईं। इस पर पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ के निर्देश पर STF को कार्यवाही के आदेश दिए गए।
इसी क्रम में STF ने 01 जून 2025 को देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र से संतोष कुमार नामक एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से GLENMARK, Ipca, Intas, ALKEM, Dr. Reddy, Cadila जैसी कंपनियों के नकली रैपर, आउट बॉक्स, QR कोड व लेबल भारी मात्रा में बरामद किए गए थे।
पूछताछ में संतोष कुमार ने खुलासा किया कि वह यह नकली सामग्री अक्षय नामक व्यक्ति के कहने पर छापता था और उसे राजस्थान भेजता था। तकनीकी विश्लेषण और मैन्युअल पुलिसिंग के माध्यम से STF ने पुष्टि की कि तथाकथित अक्षय वास्तव में नवीन बंसल, निवासी भिवाड़ी, राजस्थान है।
गिरफ्तारी और खुलासे:-
27 जून 2025 को STF की टीम ने भिवाड़ी (राजस्थान) से नवीन बंसल को गिरफ्तार किया। पूछताछ में नवीन ने कबूल किया कि वह देहरादून में नकली रैपर, QR कोड व लेबल छपवाता था और फिर देहरादून, बद्दी (हिमाचल), चंडीगढ़ आदि जगहों पर दवाइयों की पैकिंग करवा कर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों में बिक्री करता था।
इस प्रक्रिया में वह टैक्स की चोरी कर भारी मुनाफा कमाता था। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ 2018 में दिल्ली क्राइम ब्रांच में भी नकली दवा फैक्ट्री से जुड़ा एक केस दर्ज है। STF अब इसके गिरोह से जुड़े अन्य लोगों और कंपनियों की जांच कर रही है।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण:-
नाम: नवीन बंसल
पिता का नाम: महावीर प्रसाद बंसल
निवासी: ए-33 व बी-104, आशियाना ग्रीन, भिवाड़ी, राजस्थान
वर्तमान पता: ए-041, आशियाना गार्डन, भिवाड़ी, राजस्थान
महत्वपूर्ण बिंदु:-
गिरोह द्वारा GLENMARK Telma AM, ZERO DOL SP, Gabapin NT, PAN 40, VOVERAN SR 100, CODECTUSS TR Syrup जैसी दवाओं के नकली संस्करण तैयार किए जा रहे थे।
यह गिरोह असली ब्रांड के नाम का दुरुपयोग कर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा था। STF की सतर्कता से देशभर में बड़ी मात्रा में नकली दवाइयों की सप्लाई रुक सकी है।
उत्तराखण्ड STF का संकल्प:
STF नकली दवा गिरोहों के विरुद्ध “Zero Tolerance” नीति के तहत काम कर रही है और आमजन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त अन्य व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।