उत्तरकाशी में पत्रकार राजीव प्रताप की मौत पर बड़ा खुलासा- हत्या नहीं, सड़क हादसे में गई राजीव की जान,,,,

उत्तरकाशी में पत्रकार राजीव प्रताप की मौत पर बड़ा खुलासा- हत्या नहीं, सड़क हादसे में गई राजीव की जान,,,,
उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में पत्रकार राजीव प्रताप की रहस्यमयी मौत ने बीते दिनों कई सवाल खड़े किए थे। अब पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। चर्चाओं और संदेहों के बीच पुलिस ने साफ कर दिया है कि यह मामला हत्या का नहीं बल्कि सड़क हादसे का है।
🔴कैसे हुआ खुलासा?🔴
पुलिस उपाधीक्षक जनक पंवार ने जानकारी दी कि जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सबूतों ने सच्चाई उजागर कर दी। फुटेज में स्पष्ट है कि राजीव प्रताप उस रात शराब के नशे में थे। वे लड़खड़ाते हुए चलते और गाड़ी को गलत दिशा में ड्राइव करते दिखाई दिए।
🔴घटनाक्रम—18 सितंबर की रात🔴
जांच में सामने आया कि 18 सितंबर की शाम करीब 7 बजे राजीव प्रताप अपने पूर्व विद्यार्थी और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा तथा मुख्य आरक्षी सोबन सिंह (तैनात पुलिस लाइन) से मिले।
तीनों ने टैक्सी स्टैंड पर बैठकर देर रात तक शराब पी। रात 10 बजे सोबन सिंह वहां से चले गए, लेकिन राजीव के कहने पर दोबारा लौटे। इसके बाद दोनों बाजार गए, होटल में भोजन किया और फिर शराब पी। होटल से निकलने पर राजीव नशे में लड़खड़ाते हुए नजर आए।
कुछ देर बाद दोनों गाड़ी में बैठे, मगर सोबन सिंह बाहर आ गए और राजीव ने खुद ड्राइविंग सीट संभाल ली।
🔴सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज़🔴
जांच में यह भी सामने आया कि रात 11:24 बजे सोबन सिंह ने राजीव से फोन पर बात की। इसके बाद राजीव की गाड़ी बद्री तिराहा, तेखला पुल और गंगोरी पुल के सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हुई। हर फुटेज में गाड़ी में केवल राजीव ही दिखे। गंगोरी पुल के बाद वाहन का कोई फुटेज नहीं मिला। पुलिस का अनुमान है कि करीब 11:40 बजे गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
🔴जांच की जिम्मेदारी🔴
फिलहाल इस मामले की विवेचना एसआई दिलमोहन बिष्ट के पास है। पुलिस का कहना है कि सभी तथ्य बारीकी से खंगाले जा रहे हैं और जांच पूरी तरह साक्ष्यों के आधार पर आगे बढ़ाई जाएगी।