उत्तराखंड जल्द हो सकती है मदन कौशिक की छुट्टी प्रदेश को मिलेगा नया संगठन मंत्री या और भी कई बदलाव संभव

उत्तराखंड जल्द हो सकती है मदन कौशिक की छुट्टी प्रदेश को मिलेगा नया संगठन मंत्री या और भी कई बदलाव संभव

abpindianews, देहरादून- आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस और भाजपा संगठन में लगातार फेरबदल का दौरा जारी है। दोनो ही दल अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एक दुसरे की रणनीति को देखते हुए फैसले ले रहे है।  बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में कांग्रेस के संगठन में फेरबदल के बाद अब भाजपा आलाकमान भी बहुत बड़ा फेरबदल करने जा रहा है। इसके तहत अब प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की छुट्टी की जा सकती है। उनके स्थान पर गढ़वाल मंडल से कोई नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान दो नाम सबसे आगे चल रहे हैं।


आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसलिए भाजपा की निगाह कांग्रेस संगठन पर लगी है। हाल ही में कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। उनके साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं के समीकरण पर तालमेल बैठाते हुए चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए। इनके अलावा विभिन्न कमेटियों के साथ ही जंबो कार्यकारिणी घोषित की गई।
कांग्रेस की चालों पर कड़ी नजर रखते हुए अब भाजपा आलाकमान उत्तराखंड में अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि  इस समय उत्तराखंड में सीएम कुमाऊं मंडल से हैं तो मैदानी मूल के नरेश बंसल को राज्यसभा सदस्य बनाया गया। वहीं, अब गढ़वाल में नाराजगी न हो, इसलिए अध्यक्ष बदलने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

जब त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का सीएम बनाया गया तो उस दौरान मदन कौशिक को कैबिनेट मंत्री से हटाकर प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।  वहीं, पूर्व अध्यक्ष बंशीधर भगत को पुष्कर सिंह तीरथ सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
मदन कौशिक को अध्यक्ष बनाने के लिए ब्राह्मण कार्ड खेलना था, लेकिन गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में मैदानी मूल के ब्राह्मण अध्यक्ष ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा पा रहे थे। माना जा रहा है कि कौशिक को कैबिनेट में स्थान मिल सकता है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल गढ़वाल मंडल से हैं। ऐसे में भाजपा में दो नामों पर चर्चा की जा रही है। क्योंकि सीएम पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं से हैं। ऐसे में सीएम कुमाऊं से ठाकुर हैं तो अध्यक्ष गढ़वाल से ब्राह्मण के ही होने की संभावना है।

abpindianews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share