नगर निगम हरिद्वार- MNA की लापरवाही एवं मिलीभगत के चलते निगम को लग रही है करोड़ों की चपत- अशोक शर्मा
abpindianews, हरिद्वार- नगर निगम हरिद्वार कभी हड़ताल कभी स्वच्छता तो कभी आपसी तालमेल की कमी के चलते लगातार विवादों में घिरा रहता है। जहां एक तरफ पैसों के अभाव के चलते नगर निगम हरिद्वार की कई योजनाएं अधर में लटकी है वहीं दूसरी ओर नगर आयुक्त की लापरवाही एवं मिलीभगत एवं संलिप्तता के चलते मिडास लिमिटेड कंपनी विज्ञापन पट एवम holding ठेके के बकाया भुगतान ना होने से नगर निगम को लग रहा करोड़ों का चूना।
नगर निगम हरिद्वार के मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा से हुई वार्ता अनुसार उन्होंने बताया कि हरिद्वार विज्ञापन पट का ठेका मिडास प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया था। जोकि कंपनी नगर निगम को बिना भुगतान किए सदन द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद भी नगर आयुक्त की मिलीभगत से शहर में विज्ञापन पटो पर नित नए नए विज्ञापन लगाकर नगर निगम को लगा रहा है करोड़ों का चूना।
उन्होंने बताया कि पूर्व में सदन द्वारा सर्वसम्मति से एजेंसी द्वारा नगर निगम को भुगतान ना किए जाने के चलते मिडास प्राइवेट लिमिटेड का ठेका निरस्त एवं उसके विज्ञापनों पटो को जप्त करने के आदेश दिया गया था। जिस के संदर्भ में कई बार नगर आयुक्त से मौखिक बातचीत और उनको सदन द्वारा पास लिखित आदेश भी दिया जा चुका है। बावजूद इसके नगर निगम हरिद्वार के नगर आयुक्त द्वारा उक्त एजेंसी मिडास प्राइवेट लिमिटेड पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
अशोक शर्मा द्वारा दी गई जानकारी अनुसार नगर निगम हरिद्वार में विज्ञापन पट् एवं होल्डिंग द्वारा नगर निगम हरिद्वार को होने वाले करोड़ों रुपयों के नुकसान एवं धांधली में नगर आयुक्त हरिद्वार की भूमिका साफ है कि उनकी लापरवाही या स्वार्थ के चलते मिडास इंडिया लिमिटेड कंपनी प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद भी खुलेआम कार्य करते हुए सदन द्वारा सर्वसम्मति से पास हुए उसके अनुबंध निरस्त किए जाने के आदेश को ठेंगा दिखा रही है।
अंत में उन्होंने कहा कि यदि नगर आयुक्त मिडास प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ सदन द्वारा पास किए गए आदेश पर कार्यवाही नहीं की तो जल्द सदन के सभी सदस्य सदन द्वारा सर्वसम्मति से पास किए गए आदेश की अवहेलना के चलते धरना देकर उनका विरोध करेंगे।