उत्तराखंड माँ पूर्णागिरि मार्ग में बाटनागाढ़ बरसाती नालें मे आए मलवे ने तीर्थयात्रियों का मार्ग किया अवरूद्ध ,,,,

उत्तराखंड माँ पूर्णागिरि मार्ग में बाटनागाढ़ बरसाती नालें मे आए मलवे ने तीर्थयात्रियों का मार्ग किया अवरूद्ध ,,,,
चंपावत: चंपावत जिले के टनकपुर में रविवार को पहाड़ो पर तेज बारिश होने के कारण बाटनागाढ़ नाला उफान पर आ गया, जिस कारण टनकपुर पूर्णागिरि मार्ग बाधित हो गया। नाले के उफान में आने के चलते श्रद्धालु लगभग एक घंटे तक दोनों ओर फंसे रहे, वही वाहनों की लम्बी कतार इस दौरान यात्रा मार्ग में लग गयी। सूचना मिलने पर प्रशासन द्वारा जैसीबी मशीन भेज कर यात्रा मार्ग से मलवा हटा कर मार्ग को सुचारु किया गया।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत ने बताया की रविवार को मां पूर्णागिरि मार्ग में बाटनागाढ़ नाला अचानक उफान पर आया था, जिससे करीब एक घंटा यातायात बाधित रहा। सूचना मिलने पर तुरंत जैसीबी मशीन भेज कर यातायात सुचारु कर दिया गया है, ज्ञात हो पूर्णागिरि धाम में इस दौरान काफी संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। वही मानसून काल में पूर्णागिरि मार्ग में बहने वाले बरसाती नालो की बजह से श्रद्धालुओं को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।
वही मानसून सीजन में हर वर्ष 15 जून को तीन माह तक चलने वाले मां पूर्णागिरी मेला आयोजन की समाप्ति हो जाती है। क्योंकि यात्रा मार्ग में किरोड़ा नाला सहित दो से तीन बरसाती नालों की वजह से यात्रा मार्ग अवरूद्ध होता रहता है।जिससे तीर्थ यात्रा सुरक्षा के लिहाज से सुचारू नही रखा जा सकता।
वही मेला अवधि के आखिरी दिन पहाड़ों में हो रही बरसात से बाटनागाढ़ बरसाती नाले में पानी व मलवा आने से सैकड़ो तीर्थ यात्री लगभग एक घंटे तक यात्रा मार्ग के दोनो और फंसे रहे।जिसे प्रशासन ने सुचारू कर यात्रा को सुचारू किया।