उत्तराखंड में यहाँ पहाड़ी से गिरा भारी बोल्डर, मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग लाता के समीप हुआ मार्ग अवरुद्ध, मार्ग खोलने का काम जारी,,,,,,
उत्तराखंड में यहाँ पहाड़ी से गिरा भारी बोल्डर, मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग लाता के समीप हुआ मार्ग अवरुद्ध, मार्ग खोलने का काम जारी,,,,,,
जोशीमठ- मलारी राष्टीय राजमार्ग पर लाता के समीप पहाड़ी से बोल्डर टूटने से हाईवे बंद हो गया। मलारी राष्टीय राजमार्ग पर लाता के समीप पहाड़ी से बोल्डर टूटने से हाईवे बंद हो गया।
भारत-चीन बॉर्डर पर एक बार फिर भूस्खलन हुआ है। उत्तराखंड के चमोली जिले में सिर्फ पांच सेकेंउ के अंदर पहाड़ का हिस्सा भरभराकर हाईवे पर आकर गिर गया। सोमवार दोपहर को पहाड़ी टूटने से बंद नीति-मलारी हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। भूस्खलन के बाद से बॉर्डर एरिया पर चौकियों समेत एक दर्जन से अधिक गांवों के लिए यातायात ठप हो गया है।
हाईवे के बंद होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, भूस्खलन के बाद बीआरओ और प्रशासन की टीमों द्वारा हाईवे से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है, लेकिन देर शाम तक हाईवे पर यातायात सुचारू नहीं हो सका है।
चमोली जिले में नीती-मलारी हाईवे पर रैणी के पास पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूट गया। गनीमत रही कि जब पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर हाईवे पर गिर रहा था तक कोई गाड़ी या कोई यात्री नहीं गुजर रहा था। दूसरी ओर, रैंणी के पास पहाड़ी टूटने से दूरसंचार का एक टावर भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
आपको बता दें कि दूरसंचार के लिए नीति घाटी में यह एकमात्र टावर है।पहाड़ी के टूटने की वजह से सैन्य छावनियां मलारी, गमशाली, नीती, लफथल, रिमखिम, टोपीढुंगा, ग्यालडुंग में सरहद में तैनात जवानों तक रसद और अन्य सामाग्रियों को पहुंचाने के लिए रूट पूरी तरह से बंद हो गया है।