उत्तराखंड गंगा कॉरिडोर में आने वाले भवन नहीं होंगे ध्वस्त, विकसित करने के लिए सुझाव भी होंगे शामिल,,,,,
उत्तराखंड गंगा कॉरिडोर में आने वाले भवन नहीं होंगे ध्वस्त, विकसित करने के लिए सुझाव भी होंगे शामिल,,,,,
देहरादून- मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा कॉरिडोर को विकसित करने के लिए जन प्रतिनिधियों की ओर से दिए गए सुझावों को शामिल किया जाएगा।
ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर के क्षेत्र में आ रहे भवनों को ध्वस्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक से बातचीत के दौरान यह बात कही। रविवार को मुख्यमंत्री आवास में सीएम धामी से विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने भेंट की।
इस अवसर पर हरिद्वार ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर को आगामी 25 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किए जाने पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा कॉरिडोर को विकसित करने के लिए जन प्रतिनिधियों की ओर से दिए गए सुझावों को शामिल किया जाएगा।
अभी जो कार्य प्रस्तावित किए जा रहे हैं, उनमें कॉरिडोर के क्षेत्र में आने वाले भवनों को ध्वस्त करने की कोई योजना नहीं है। सौंदर्यीकरण का कार्य बिना ध्वस्तीकरण के किया जाएगा। पौराणिक स्थलों के स्वरूप को भी यथावत रखा जाएगा। गंगा कॉरिडोर के तहत हरिद्वार और ऋषिकेश में ओपन स्पेस विकसित किया जाएगा। इससे स्नान पर्वों पर भीड़ का दबाव भी काम होगा।