उत्तराखंड की अंजू भट्ट ने सिविल सेवा परीक्षा में लहराया परचम, घर पर की तैयारी, चौथे प्रयास में मिली सफलता,,,,,

उत्तराखंड की अंजू भट्ट ने सिविल सेवा परीक्षा में लहराया परचम, घर पर की तैयारी, चौथे प्रयास में मिली सफलता,,,,,
देहरादून: अंजू भट्ट ने तीन बार सिविल सेवा परीक्षा में प्रतिभाग किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। बार-बार की असफलताओं से भी उनका मन अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुआ और चौथे प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर ली।
देहरादून के विकासनगर में बरोटीवाला की अंजू भट्ट ने सिविल सेवा परीक्षा पास करके अपने परिवार व गांव का नाम रोशन किया। उन्होंने सिविल सेवा के लिए घर में ही तैयारी की और अपनी मेहनत व लगन से यह साबित कर दिया कि जब कोई अपने लक्ष्य को ठान ले तो उसे पा ही लेता है।
अंजू भट्ट का परिवार मूल रूप से टिहरी जनपद के सिलवाल गांव का रहने वाला है। लेकिन, पिछले काफी वर्षों से वह विकासनगर के बरोटीवाला में ही रहते हैं। उसके पिता किशोरी लाल भट्ट असम रायफल में सूबेदार पद पर नागालैंड में तैनात हैं। माता इंदु भट्ट गृहणी हैं।
उन्होंने अपनी कक्षा 12 तक की पढ़ाई विकासनगर के एक निजी स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने जनपद सहारनपुर के बादशाही बाग स्थित ग्लोकल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया।
चौथे प्रयास में पास की परीक्षा
उन्होंने बताया कि वह कक्षा 10 से ही सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाने का मन बना चुकी थीं। इसके लिए उन्होंने घर पर ही तैयारी करना शुरू कर दी। पढ़ाई के साथ-साथ वह तैयारी में जुटी रही। यही नहीं उन्होंने तीन बार सिविल सेवा परीक्षा में प्रतिभाग किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। बार-बार की असफलताओं से भी उनका मन अपने लक्ष्य से विचलित नहीं हुआ और चौथे प्रयास में उन्होंने परीक्षा को पास करके 312 वीं रैंक हासिल करने में सफलता पा ली। उनकी सफलता से उनके परिवार, गांव में उत्साह व खुशी का वातावरण बना हुआ है।