भारत में UPI की डिजिटल भुगतान क्रांति को मिली नई पहचान, अक्टूबर तक 20.7 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचा कैशलेस ट्रांजैक्शन- ABPINDIANEWS SPACIAL

भारत में UPI की डिजिटल भुगतान क्रांति को मिली नई पहचान, अक्टूबर तक 20.7 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचा कैशलेस ट्रांजैक्शन- ABPINDIANEWS SPACIAL

भारत में UPI की डिजिटल भुगतान क्रांति को मिली नई पहचान, अक्टूबर तक 20.7 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचा कैशलेस ट्रांजैक्शन- ABPINDIANEWS SPACIAL

देहरादून:  भारत में UPI (Unified Payments Interface) ने डिजिटल भुगतान व्यवस्था को न केवल सरल बनाया है, बल्कि हालिया बदलावों के बाद यह और अधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और सशक्त बनकर उभरा है। नई व्यवस्थाओं के साथ UPI आज दुनिया के सबसे उन्नत रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

 

🟢 सुरक्षा को प्राथमिकता: कलेक्ट रिक्वेस्ट पर रोक

डिजिटल धोखाधड़ी और गलत भुगतान की घटनाओं को रोकने के लिए NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने बड़ा कदम उठाया है।
अब कलेक्ट रिक्वेस्ट (P2P Pull Transactions) की सुविधा बंद कर दी गई है, जिससे कोई भी व्यक्ति दूसरे से पैसे मांगने के लिए रिक्वेस्ट नहीं भेज सकेगा।
इस बदलाव से:

फ्रॉड की संभावना कम हुई है

अनजाने में होने वाले गलत भुगतान पर रोक लगी है

आम उपयोगकर्ताओं का भरोसा और मजबूत हुआ है

 

🟢 बैलेंस चेक पर सीमा: सिस्टम की मजबूती

UPI के तहत अब एक दिन में 50 बार से अधिक बैलेंस चेक नहीं किया जा सकता।
इसका उद्देश्य:

सिस्टम पर अनावश्यक लोड कम करना

नेटवर्क को तेज़ और स्थिर बनाए रखना

साइबर सुरक्षा को मजबूत करना

 

🟢 अंतर्राष्ट्रीय मंच पर UPI की सराहना

भारत की इस डिजिटल उपलब्धि को वैश्विक मान्यता भी मिल रही है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने UPI को दुनिया का सबसे मजबूत, तेज़ और भरोसेमंद रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम बताया है।
आज UPI UAE, सिंगापुर, फ्रांस जैसे देशों में अपनाया जा रहा है, जिससे भारतीय नागरिक विदेशों में भी आसानी से डिजिटल भुगतान कर पा रहे हैं।

 

🟢 डिजिटल सशक्तिकरण की नई मिसाल

UPI ने छोटे व्यापारियों रेहड़ी-पटरी वालोंग्रा मीण और शहरी आम नागरिकों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाया है।

यह प्रणाली वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा देते हुए भारत को नकदी-रहित अर्थव्यवस्था की दिशा में तेज़ी से आगे ले जा रही है।

 

🟢 रिकॉर्ड लेनदेन: डिजिटल ताकत का प्रमाण

अक्टूबर 2025 तक UPI लेनदेन की संख्या 20.7 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच गई, जो भारत की डिजिटल क्षमता और जनता के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।

UPI आज केवल एक भुगतान प्रणाली नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुका है।
सुरक्षा, सुविधा और वैश्विक स्वीकृति के साथ UPI भारत को विश्व का डिजिटल लीडर बनाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभा रहा है।

abpindianews

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