उत्तराखंड पहाड़ों ने ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर, हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर मे जमीन बर्फ की एक फुट मोटी चादर,,,,

उत्तराखंड पहाड़ों ने ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर, हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर मे जमीन बर्फ की एक फुट मोटी चादर,,,,
देहरादून: उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. बद्रीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और पांगी घाटी जैसे क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है. पांगी घाटी में बर्फबारी के कारण सड़क मार्ग बाधित हुआ है।
बर्फबारी से गुलजार हुए पहाड़।
पहाड़ों पर अक्टूबर की शुरुआत में ही बर्फबारी और बारिश से ठंड ने दस्तक दे दी है. उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी देखने को मिली है. कश्मीर घाटी, लाहौल-स्पीति, केदार घाटी और हेमकुंड साहिब जैसे क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है. इस बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे पर खुशी है. आमतौर पर दिसंबर के अंत से फरवरी के बीच बर्फबारी देखने वाले सिक्किम में भी इस साल समय से पहले बर्फबारी हुई है।
बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में बर्फबारी
मौसम के करवट लेने के साथ ही उत्तराखंड में ठंड का अहसास होने लगा है. बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. जिसके बाद हर तरफ बर्फ की सफेद चादर नजर आ रही है. पहाड़ बर्फ की सफेद चादर में ढक गए हैं।
बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलाकों में बारिश का भी दौर जारी है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने बर्फबारी के बाद उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
सीजन की पहली बर्फबारी।
बर्फ से हुआ हेमकुंड में स्थित लक्ष्मण मंदिर का श्रृंगार
सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड में स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर का कुदरत ने अद्भुत श्रृंगार कर दिया है. लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट के साथ ही बंद होने हैं. ऐसे में कपाट बंद होने से पहले हेमकुंड साहिब में जबरदस्त बर्फबारी हुई है. पवित्र सरोवर सहित लक्ष्मण मंदिर और गुरुद्वारा जबरदस्त बर्फ की आगोश में आ गया है।
बर्फबारी की खूबसूरती मनमोहक है. बर्फबारी की वजह से ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है. फिलहाल कपाट बंदी की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. बता दें कि हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर एक फिट बर्फ की आगोश में हैं।
चंबा में भारी बर्फबारी, पांगी में चारों और बिछी बर्फ की चादर
चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में अक्टूबर महीने के शुरुआत में ही सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है. पांगी में चारों और बर्फ की सफेद चादर बिछी है. जिसकी वजह से चंबा से साच पास सड़क मार्ग भी बंद है. बर्फबारी के चलते पांगी का संपर्क जिला मुख्यालय चंबा से कट गया है।
बता दें कि बीते दिन यानी सोमवार से ही बर्फबारी हो रही है. पांगी को चंबा से जोड़ने वाला सबसे नजदीकी किलाड़-चंबा साच जोत सड़क मार्ग इस बर्फबारी के कारण आवाजाही के लिए बंद हो गया है. अब पांगी घाटी के लोगों को चंबा पहुंचने के लिए कुल्लू-मनाली होकर अटल टनल या जम्मू मार्ग से करीब 700 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ेगा।
पांगी घाटी के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों जैसे कुमार भटौरी, सुराल, हिलूटवान, शुंण, हुडान और सुराल भटौरी समेत 19 पंचायतों में एक से डेढ़ फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है. बर्फबारी के बाद समूची घाटी शीतलहर की चपेट में है. तापमान में भी भारी गिरावट आई है. चंबा के निचले इलाकों में लगातार बारिश का दौर जारी है. कई जगहों पर अक्टूबर महीने के शुरुआती दिनों में ही दिसंबर जैसी सर्दी महसूस हो रही है।
पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. जो सर्दी आमतौर पर मध्य अक्टूबर से शुरू होती हैं, वे अब समय से पहले शुरू होती नजर आ रही हैं. सुबह और शाम के समय लोग सड़कों पर जैकेट और गर्म कपड़े पहने नजर आ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति, कुल्लू, मंडी और कांगड़ा के पहाड़ों ने सफेद बर्फ की चादर ओढ़ ली है, जिससे नजारा मनमोहक तो है, लेकिन ठंड भी काफी बढ़ गई है. इस बर्फबारी के बाद पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, जैसे-जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी जारी रहेगी तो प्रदेश में ठंड का प्रकोप और भी बढ़ता जाएगा. किसानों और पर्यटकों को आने वाले दिनों में ठंड और बर्फबारी के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।