उत्तराखंड में जमकर हुआ मतदान देर रात तक 65.03 फीसदी मतदान, रुड़की-हरिद्वार में बवाल, कहीं कहीं पहाड़ पर भी हुई गर्मा गर्मी,,,,,

उत्तराखंड में जमकर हुआ मतदान देर रात तक 65.03 फीसदी मतदान, रुड़की-हरिद्वार में बवाल, कहीं कहीं पहाड़ पर भी हुई गर्मा गर्मी,,,,,

उत्तराखंड में जमकर हुआ मतदान देर रात तक 65.03 फीसदी मतदान, रुड़की-हरिद्वार में बवाल, कहीं कहीं पहाड़ पर भी हुई गर्मा गर्मी,,,,,

देहरादून: राज्य के 11 नगर निगमों में मेयर के सापेक्ष 72 प्रत्याशियों, 89 नगर पालिका व नगर पंचायतों में अध्यक्ष के 89 पदों के सापेक्ष 445 और सभी 100 निकायों में पार्षद-वार्ड सदस्य के 1282 पदों के सापेक्ष 4888 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में कैद हो गई।

उत्तराखंड के 100 नगर निकायों के चुनाव में बृहस्पतिवार को जमकर वोट बरसे। खबर लिखे जाने तक कई निकायों में मतदान चल रहा था। शाम चार बजे तक 56.81 फीसदी मतदान हो चुका था। देर रात तक 65.03 फीसदी मतदान (अनंतिम) रिकॉर्ड किया गया। मतगणना कल 25 जनवरी को होगी।

 

 

राज्य के 11 नगर निगमों में मेयर के सापेक्ष 72 प्रत्याशियों, 89 नगर पालिका व नगर पंचायतों में अध्यक्ष के 89 पदों के सापेक्ष 445 और सभी 100 निकायों में पार्षद-वार्ड सदस्य के 1282 पदों के सापेक्ष 4888 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में कैद हो गई। सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हुआ। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, मतदान प्रतिशत भी बढ़ता गया। शुरुआती दो घंटे में राज्य में 11.36 प्रतिशत मतदान हुआ। यह आंकड़ा दोपहर 12 बजे तक बढ़कर 25.70 प्रतिशत पर पहुंच गया।

इसके बाद दो बजे तक मतदान प्रतिशत 42.19 रिकॉर्ड हुआ। शाम 4 बजे तक प्रदेश में 56.81 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड हुआ। खबर लिखे जाने तक प्रदेश के तमाम निकायों में मतदान जारी था। खबर लिखे जाने तक 65.03 फीसदी मतदान हो चुका था। बता दें कि 2018 के निकाय चुनाव में 69.79 फीसदी मतदान हुआ था।

11 नगर निगमों में मेयर पद पर लड़ें 72 प्रत्याशी
11 नगर निगमों में मेयर के लिए 72 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि 89 नगर पालिका, नगर पंचायतों में अध्यक्ष के 445 प्रत्याशी हैं। सभी निगम, पालिका, पंचायतों में वार्ड सदस्य/पार्षद के कुल 4,888 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

 

 

किस वर्ष में कितना हुआ मतदान
वर्ष      मतदान (% में)
2008    60
2013    61
2018    69.79
2025    65.03 (अनंतिम)

2171 दिव्यांग मतदाताओं तक पहुची सुविधाएं 
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष वाहन, व्हील चेयर, वाकिंग स्टिक व रैंप आदि की व्यवस्था की गई थी। प्रदेशभर में 2171 दिव्यांग व निशक्त मतदाताओं को सुगम मतदान के लिए सुविधा उपलब्ध कराई गई।

सूची में नाम न होने से हुए प्रदेश में कई जगह परेशान हुए वोटर,,
बड़ी संख्या में लोगों ने शिकायत की कि जब वह मतदान करने गए तो वहां सूची में उनका नाम ही नहीं मिला। जिसके चलते कई जगह झड़प की नौबत आ गई तो कई जगह लोगों को घंटों परेशान होना पड़ा। इसके अलावा लोगों ने अपना नाम दूसरे वार्ड की सूची में होने, नाम गलत लिखा होने की भी शिकायत की।

 

 

मत पत्र को लेकर जगह-जगह हंगामा
कई जगह लोगों ने शिकायत की कि मत पत्र को मोड़ने पर ठीक सामने आ रहे दूसरे प्रत्याशी के चिह्न पर भी स्याही लग रही है, जिससे वोट खराब हो रहे हैं। वहीं, चंपावत के लोहाघाट में मतपत्र पर स्याही दिखी तो भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी धरने पर बैठ गए।

रुड़की और हरिद्वार में हुआ बवाल,कहीं कहीं पहाड़ भी गर्माया
रुड़की के माहीग्रान स्थित मतदान केंद्र के गेट शाम पांच बजे बंद करने से नाराज लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ हटाने के लिए लाठियां फटकारी, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कई महिलाएं घायल हो गईं। वहीं, मंगलौर में धीमी गति से मतदान होने और पुलिस द्वारा मतदाताओं की पर्ची चेक करने पर मंगलौर के कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने नाराजगी जताई, नोकझोंक भी हुई। हरिद्वार के ज्वालापुर में शराब बांटने से रोकने पर कार्यकर्ताओं ने एक कांग्रेस प्रत्याशी की पिटाई कर दी। कनखल में भी शराब पिलाने पर हंगामा हुआ। वहीं, बड़कोट में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी के मतदान केंद्र में जाने और यमुनोत्री विधायक को केंद्र के अंदर जाने नहीं देने पर हंगामा हो गया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया।

abpindianews

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