उत्तराखंड में जल्द शुरू होगा मेट्रो रेल का सफर
abpindianews, देहरादून-उत्तराखंड वासियों के लिए एक अच्छी खबर है कि साल 2024 तक हरिद्वार और ऋषिकेश और देहरादून शहर में मेट्रो ट्रेन चल सकेगी इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड मेट्रों रेल अर्बन इन्फ्रां स्ट्रक्चर एंड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन काॅरपोरेशन को मेट्रो के संचालन के लिए कार्य योजना बनाने और डीपीआर तैयार करने के भी निर्देश दे दिये है। जिससे उम्मीद जताई जा रही है की डीपीआर तैयार होते ही जल्द ही मैट्रो नियों का काम शहर मे चलना शुरू हो जायेगा ।
देश के बड़े शहरो की तरह अब उत्तराखंड में भी मेट्रो रेल दौड़ती नजर आएगी उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सरकार ने हरिद्वार से ऋषिकेश और देहरादून शहर में मेट्रो नियों ट्रेन चलाने का फैसला किया है, मैट्रो नियों के संचालन के लिए राज्य सरकार ने उत्तराखंड मेट्रों रेल अर्बन इन्फ्रांस्ट्रक्चर एंड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन काॅरपोरेशन को मेट्रो नियो के संचालन के लिए कार्य योजना बनाने और डीपीआर तैयार करने के निर्देश दे दिये है । हालाकि इससे पहले इन तीनों शहरो के लिए मैट्रो लाईट रेल की डीपीआर तैयार की गई थी लेकिन ज्यादा खर्चा आने के चलते उस मेट्रो रेल परियोजना को रद्द किया जिसके बार उसी की तर्ज पर मैट्रो नियों की डीपीआर तैयार करने राज्य ने निर्देश किये ं जिसका खर्चा मेट्र लाईट से काफी कम है।
बताया जा रहा है की डीपीआर तैयार होते ही राज्य व केन्द्र सरकार की मोहर लगते ही हरिद्वार ऋषिकेश व देहरादून शहर के बीच मैट्रो नियों का काम शुरू हो जायेगा । और 2024 तक तीनो शहरों के बीच मैट्रो नियों रेल दौड़ती हुई नजर आयेगी ।
आईये नजर डालते है की कैसे किये जायेगे मैट्रो नियो का काम
त्रिवेंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मेट्रो रेल रोपवे और पीआरटी योजना
मैट्रो नियों के लिए बनाये जायेंगे दो कोरिडोर
एफआरआई से रायपुर और आईएसबीटी कंडोली राजपुर मे बनाया जायेगा कोरिडोर
मैटो रेल पहले ही किया गया है तीनो शहरो का सर्वे
हरिद्वार ऋषिकेश व देहरादून शहर में मेट्रो रेल चलाने की योजना
लगभग 72 करोड़ पर किलोमीटर ओयेगा मेट्रो नियो पर खर्चा
देहरादून शहर के 20 किलोमीटर कोरीडोर पर किया जायेगा पहले काम
- बताया जा रहा है की इन तीनो शहरो के लिए चलने वाली मैट्रो नियों रेल परियोजना बनाने पर लैंड व टक्सैस मिलाकर लगभग 72 करोड़ रूपये प्रतिकिलोमीटर आयेगी । हालाकि फिलहाल देहरादून शहर के 20 किलेामीटर कोरीडोर पर मैट्रो नियो चलाने को लेकर योजना बनाई जा रही है जो की एफआरआई से रायपुर और आईएसबीटी से घंटाघर तक काम किया जायेगा । और राजपुर मे रोपवे, व पीआटी जैसी टैक्नोलाॅजी पर काम किया जा सकता है । उत्तराखंड रेल मेट्रो परियोजना के प्रबन्ध निदेशक जितेन्द्र त्यागी की माने तो इस परियोजना मे राज्य सरकार का टैक्स व लैेड माफ करते हुए लगभग 500 करेाड़ का खर्चा आयेगा और बाकि केन्द्र सरकार और 60 प्रतिशत लोन लेकर काम किया जायेंगा।
केन्द्र और राज्य सरकार से मोहर लगने के बाद अगर सबकुछ ठीक रहा और सलीके से काम हुआ तो जल्द ही हरिद्वार ऋषिकेश व देहरादून शहर मे मेट्रो नियो परियोजना सार्वजनिक परिवहन का सबसे बड़ा साधन बन जायेगा । साथ ही तीनो शहरों मे वायु प्रदूषण मे कमी आयेगी और आम लोगो को आने जाने समय की बचत भी होगी ।